और उठाया जायेगा धरती तथा पर्वतों को, तो दोनों चूर-चूर कर दिये जायेंगे[1] एक ही बार में।
____________________
1. दोखियेः सूरह ताहा, आयतः 20, आयतः103, 108)


الصفحة التالية
Icon